Delayed Coking Technology (H)
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के देहरादून स्थित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान ने अपनी Delayed Coking तकनीक पर आधारित संयंत्र स्थापित किया है| यह प्रौद्योगिकी पेट्रोलियम के अवशेषों को तोड़कर हल्के हाइड्रोकार्बन उत्पादन के लिए इस्तेमाल की जाती है ।